वेंटिलेशन वाली क्लास में भी बच्चों को पढ़ाना हो सकता है खतरनाक
सेहतराग टीम
कोरोना का कहर पूरी दुनिया में अभी भी बना हुआ है। इसी वजह से फिलहाल कई देशों में स्कूल कॉलेज को या तो बंद रखा गया है और या तो शुरू करने की तैयारी हो रही है। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्कूल खोलने की जिद्द पर उन्हीं के वैज्ञानिकों ने झटका दिया है। यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा कॉलेज ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग के वैज्ञानिकों का दावा है कि स्कूल में अगर वेंटिलेशन की अच्छी व्यवस्था हो तब भी सिर्फ दस फीसदी ही कोरोना वायरस ही क्लास से बाहर निकल सकते हैं।
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बाकी वायरस स्कूल या क्लास की दीवार पर चिपककर दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं।मैकेनिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर डॉ. जियारोंग हांग ने बताया है कि बिना लक्षण वाले आठ मरीजों को इस अध्ययन में शामिल किया गया था।
स्कूल की क्लास में जब बिना लक्षण वाली एक कोरोना पीड़ित महिला शिक्षक ने 50 मिनट तक लगातार पढ़ाया तो देखने में आया कि वेंटिलेशन युक्त कमरे में भी सिर्फ 10 फीसदी कोरोना वायरस ही फिल्टर हो सके बाकी क्लास की दीवर पर चिपक गए।
वैज्ञानिकों का कहना है कि ये आंकड़ा बहुत कम है। बाकी के बचे हुए वायरस क्लास में बैठे सभी बच्चे को संक्रमित कर सकते हैं।
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